मैं रजनीश.दूरदर्शन जमाने का. कंजरवेटिव.परंपरावादी.
बाइस्कोप का दीवाना..पुराने ख्यालों में रहता हूं...
ज़िंदगी की कनेक्टिव बेल्ट पर चलता रहता हूं..चलता रहता हूं...बस यही है मेरी कहानी।
लिखने की फिराक में
खूब घूमता हूं मैं ।
हर राह की तलाश में
खूब भागता हूं मैं ।
इसी सिलसिले में ख्वाब जो मिली मुझे
उसी ख्वाबगीर के हवाले हो गया मैं।
रजनीश कुमार